The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyrics in gujarati pdf
The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyrics in gujarati pdf
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कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।
अर्थ- हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
बुरी आदतें बाद मे और बड़ी हो जाती हैं - प्रेरक कहानी
जो यह पाठ करे मन लाई । ता पार होत है शम्भु सहाई ॥
नित्त नेम उठि प्रातः ही, पाठ करो चालीसा।
शिव भजन
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
अर्थ- हे शिव शंकर here भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर के साथ युद्ध कर उनका संहार किया व सब पर अपनी कृपा की। हे भगवन भागीरथ के तप से प्रसन्न हो कर उनके पूर्वजों की आत्मा को शांति दिलाने की उनकी प्रतिज्ञा को आपने पूरा किया।
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता।।
शंकर सुवन केसरी नंदन। तेज प्रताप महा जग वंदन।।
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
अर्थ- हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।